केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन को गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल सेक्टर-32 में एमबीबीएस दाखिले में ओबीसी रिजर्वेशन लागू करने को कहा है। केंद्र ने जो निर्देश दिए हैं उसमें जीएमसीएच-32 के सभी अंडर ग्रेजुएट कोर्स में ओबीसी रिजर्वेशन लागू करने के निर्देश दिए हैं। मौजूदा जीएमसीएच-32 में एमबीबीएस की सीटों पर दाखिले में ओबीसी कैटेगरी के तहत रिजर्वेशन लागू नहीं की गई है। ऐसे में सेंट्रल एजुकेशनल इंस्ट्रक्शन (रिजर्वेशन इन एडमिशन) एक्ट 2006 के तहत ओबीसी रिजर्वेशन का नियम जीएमसीएच-32 पर लागू नहीं होता। ऐसे में डा. संजीव भाटिया ने प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित को पत्र लिखकर बताया कि जीएमसीएच-32 सेंट्रल एजुकेशन इंस्टीट्यूट की परिभाषा से बाहर है।

चंडीगढ़ एक केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण जीएमसीएच-32 चंडीगढ़ प्रशासन के तहत आने के चलते यहां सेंट्रल एजुकेशनल इंस्ट्रक्शन एक्ट लागू किया जाए।

चंडीगढ़ प्रशासन ने वर्ष 2008 में केंद्र सरकार को सूचित किया था कि जीएमसीएच-32 में एमबीबीएस की सीटों पर दाखिले में 27 फीसद ओबीसी रिजर्वेशन तो नियम लागू नहीं किया जा सकता है, क्योंकि यह एक सेंट्रल यूनिवर्सिटी नहीं है और जीएमसीएच-32 में पहले से ही शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब के तहत 15 फीसद कोटा तय किया गया है। ऐसे में हाल ही में केंद्र सरकार ने चंडीगढ़ प्रशासन के सलाहकार के नाम आए पत्र में यह लिखा गया है कि चंडीगढ़ एक केंद्र शासित प्रदेश होने के कारण सीधा गृह मंत्रालय के अधीन आता है। ऐसे में जीएमसीएच-32 चंडीगढ़ प्रशासन के तहत आने के चलते यहां सेंट्रल एजुकेशनल इंस्ट्रक्शन एक्ट लागू किया जाए। केंद्र सरकार के निर्देश अगर लागू किए जाते हैं, तो अब जीएमसीएच-32 में सभी प्रकार के कोर्स रेस में ओबीसी रिजर्वेशन लागू होगा, ऐसे में एमबीबीएस सीटों पर दाखिले के अलावा बीएससी नर्सिग, बीएससी आप्टोमेट्री, बीएससी मेडिकल लैबोरेट्री टेक्नोलाजी, बीएससी मेडिकल टेक्नोलाजी, एक्सरे और मेडिकल टेक्नोलाजी एनस्थीसिया और आपरेशन थिएटर टेक्निक के कोर्स में यह रिजर्वेशन लागू होगा।

ओबीसी रिजर्वेशन लागू होने से  23 सीटें ओबीसी कोटा के स्टूडेंट के लिए होंगी।

जीएमसीएच-32 में अगर ओबीसी रिजर्वेशन लागू होती है तो ऐसे में एमबीबीएस की 150 सीटों पर इसका सीधा असर देखने को मिलेगा। जीएमसीएच-32 में एमबीबीएस की 150 सीटों में से 15 फीसद सीटें आल इंडिया कोटा और सेंट्रल पूल के लिए आरक्षित है, जबकि 50 फीसद यानी 115 सीटें यूटी पूल के तहत आती हैं। इस पूल की सीटों में से जनरल केटेगरी के स्टूडेंट्स को मात्र 92 सीट ही मिलती हैं, जबकि बाकी सीटें दिव्यांग एसी-एससी और एनआरआइ कैंडिडेट के लिए आरक्षित हैं। अगर ओबीसी रिजर्वेशन लागू होता है तो अभी जनरल कैटेगरी के स्टूडेंट्स को जो 92 सीट एमबीबीएस के दाखिले के लिए मिल रही हैं। वह घटकर 69 रह जाएंगी, क्योंकि 27 फीसद रिजर्वेशन लागू होते ही एमबीबीएस की कुल 150 सीटों में से 23 सीटें ओबीसी कोटा के स्टूडेंट के लिए होंगी।